आल इंडिया पंजाब नैशनल बैंक पेंशनर्स एण्ड रिटायरीस एसोसिएशन की हिमाचल इकाई का राज्य स्तरीय त्रैवाषिक सम्मेलन आज 18 सितम्बर 2022 को सोलन में सम्पन्न हुआ जिसमें प्रदेश के बैंक सेवानिवृत्तियों के अलावा अखिल भारतीय स्तर के अनेक शीर्ष नेताओं ने सहभागिता की। सम्मेलन की अध्यक्षता एसोसिएशन के अखिल भारतीय प्रेसिडेंट एम. एल. गुप्ता ने की । पंजाब नैशनल बैंक के महाप्रबंधक और अंचल प्रबंधक हिमाचल ज़ोन एन. के. गर्ग इसमें बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए।सम्मेलन में चर्चा के दौरान पेंशन अपडेशन और मैडिकल खर्च की प्रतिपूर्ति न होने के मुद्दे प्रमुखतया छाए रहे। उल्लेखनीय है कि पिछले बीस वर्षों से बैंक कर्मियों की पेंशन में तनिक भी बढ़ोतरी नहीं हुई है और न ही बैंक मेडिकल खर्च की प्रतिपूर्ति करते हैं।अखिल भारतीय स्तर पर एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार और बैंक ट्रेड यूनियन आंदोलन के चिर अनुभवी नेता के. डी. खेड़ा ने अपने संबोधन में बैंक सेवानिवृत्तियों की वास्तविक समस्याओं के प्रति सरकार के रवैये को उदासीनतापूर्ण बताया और नौकरशाही तथा इंडियन बैंक एसोसिएशन की नकारात्मक भूमिका के लिए उनकी कड़ी भर्त्सना की।स्मरणीय है कि 2 वर्ष पहले आईबीए की वार्षिक बैठक में वित्त मंत्री श्रीमती सीता रमण ने बैंक कर्मियों की पेंशन बढ़ोतरी के मुद्दे का संज्ञान लेते हुए आईबीए और भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन को इस बारे में उचित कदम उठाने की हिदायत दी थी लेकिन इस संबंध में अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है। पेंशन बढ़ोतरी से संबंधित उच्चतम न्यायालय में लंबित मामलों में भी आईबीए का रवैया नकारात्मक और अड़ंगे लगाने वाला है जिसके कारण उनके निपटान में अवांछित विलंब हो रहा है । परिणामस्वरूप पेंशनधारकों में भारी रोष है।
फरवरी 2012 में वित्त मंत्रालय ने बैंकों को निर्देश दिए थे कि सेवानिवृत्तियों के लिए सामूहिक स्वास्थ्य बीमा योजना लाई जाए और बीमा की किश्त का भुगतान बैंक अपनी कल्याण निधि ( Welfare Fund) से करें। पंजाब नैशनल बैंक ने यह सुविधा अपने कार्यरत स्टाफ़ को तो दी लेकिन सेवानिवृत्तियों को हर वर्ष बीमा की किश्त के रूप में पचास हजार रुपये से अधिक का भुगतान स्वयं करना होता है। मजबूर होकर बैंक के सेवानिवृत्तियों को अपने आक्रोश को व्यक्त करने के लिए सड़कों पर उतरना पड़ रहा है। 30अगस्त 2022 को सेवानिवृत्तियों ने बैंक के द्वारका नयी दिल्ली स्थित प्रधान कार्यालय के सामने जबरदस्त धरना प्रदर्शन किया था।अखिल भारतीय स्तर पर एसोसिएशन के महासचिव शोक हरण प्रसाद सिंह ने सेवानिवृत्तियों के प्रति बैंक के उपेक्षा पूर्ण रवैये का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रबंधन न तो पत्रों की पावती स्वीकार करता है और न ही बैठकों में लिए गए निर्णयों और दिए गए आश्वासनों पर सकारात्मक कर्यवाही की जाती है। परिणामतः एसोसिएशन के 10000 सेवा निवृत्त कर्मी धरना प्रदर्शन और आंदोलन करने के लिए विवश हैं। इसी क्रम में 20 सितम्बर को बैंक के अंचल और मंडल कार्यालयों के सामने Candle March निकाला जाएगा।एसोसिएशन के अखिल भारतीय प्रेसिडेंट एम. एल. गुप्ता तथा कार्यकारी प्रेसिडेंट और प्रांतीय प्रेसिडेंट जे. पी. शर्मा ने भी सहभागियों को संबोधित किया