हिमाचल: सूखे और ओलावृष्टि से बागवानों को 34 करोड़ का नुकसान…..

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हिमाचल प्रदेश में सूखे और ओलावृष्टि से बागवानी फसलों को अभी तक 34 करोड़ का नुकसान हुआ है। प्रदेश के बागवानी अधिकारियों ने फील्ड से इसकी रिपोर्ट बनाकर सरकार को सौंप दी है। बागवानों की सेब की फसल पर सबसे ज्यादा आर्थिक मार पड़ी है। सूखे से सेब की ड्रापिंग से फसल को 30 फीसदी तक क्षति हुई है। प्री मानसून आने से पहले अभी भी ओलावृष्टि की आशंका से बागवान चिंतित हैं।


राज्य सरकार ने प्रदेश में लंबे समय तक चले सूखे और फिर ओलावृष्टि से हुए नुकसान के बाद प्रदेश भर में फील्ड में तैनात बागवानी अधिकारियों से नुकसान की रिपोर्ट तलब की गई थी। यह रिपोर्ट फील्ड से राज्य मुख्यालय में पहुंच चुकी है। राज्य के बागवानी निदेशक आरके परूथी ने कहा कि फील्ड से आई रिपोर्ट के अनुसार सूखे से बागवानी फसलों को 14 करोड़ और ओलावृष्टि से 20 करोड़ का नुकसान हुआ है। यह रिपोर्ट बागवानी विभाग ने सरकार के पास भेज दी है।   

  

क्या कहते हैं बागवान
हिमाचल प्रदेश सब्जी एवं फल उत्पादक संघ के अध्यक्ष हरीश चौहान कहते हैं कि सूखे के बाद ओलावृष्टि से बागवानी फसलों को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। सूखे से सेब की तीस फीसदी फसल की ड्रापिंग हो चुकी है। अब सेब की फसल पर ओलों की मार भी पड़ी है। इस बार करीब दो करोड़ पेटी सेब की पैदावार ही हो सकेगी। पिछली बार 3.20 करोड़ पेटी सेब हुआ था।