हिमाचल प्रदेश में करोड़ों रुपया खर्च करने के बाद भी गौवंश सड़कों पर है। बेसहारा गोवंश सड़कों पर मरने को मजबूर है। भारत सरकार द्वारा 2019 में करवाई गई 20वीं पशुगणना के अनुसार हिमाचल में करीब 36,311 बेसहारा पशु थे। इन बेसहारा पशुओं के लिए गौ सदन की व्यवस्था हिमाचल में की जा रही है। मौजूदा समय में हिमाचल में 250 के करीब गौ सदन हैं। गौ सदनों में करीब 21 हजार पशु हैं।हालांकि सीपीएस किशोरी लाल ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के गौ सदनों में 21 हजार से ज्यादा पशु हैं। जबकि 10 हज़ार से ज्यादा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं, जिनकी हालत दयनीय है। सड़कों पर फिर रहे पशुधन से कई हादसे भी पेश आ चुके हैं। सरकार अपने स्तर पर कई काम कर रहीं है लेकिन लोग इसमें सबसे ज्यादा दोषी हैं जो दूध पीने के बाद गोवंश को सड़को पर मरने के लिए छोड़ देते हैं।