हिमाचल प्रदेश में हैवानियत के एक और मामला सामने आया है। जहां हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए दंपति ने नवजात को कुहल में दफना दिया।
मामला यहां नगरोटा बगवां क्षेत्र के तहत कस्बा पठियार का है। जहां कूहल में एक नवजात बच्ची का दबा हुआ शव बरामद हुआ है। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार उक्त सनसनीखेज वारदात को पाठियार कस्बे के एक नवविवाहित दंपति ने अंजाम दिया है।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जब महिला के पेट से रक्तस्राव नहीं रुका तो उसे नगरोटा बगवां सरकारी अस्पताल लाया गया। अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे मेडिकल काॅलेज टांडा में ले जाने को कहा।
मेडिकल कॉलेज टांडा के चिकित्सकों ने महिला को बताया की आपके पेट में 9 माह का बच्चा था। दंपति ने पहले तो कोई बच्चा पैदा न होने का बहाना बनाया परंतु जब चिकित्सकों ने यह मामला पुलिस को सौंप दिया तो महिला के पति ने नगरोटा बगवां पुलिस के प्रभारी अशोक राणा द्वारा की गई गहन पूछताछ के दौरान बताया कि उक्त जन्मी बच्ची को गांव के पास कूहल में दबाया गया है।
पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा
नगरोटा बगवां पुलिस ने बुधवार को नगरोटा बगवां के तहसीलदार कुलताज सिंह की अगुवाई में नवजात बच्ची का शव कूहल से बरामद कर उसे पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।
उन्होंने बताया कि उक्त बच्ची के पोस्टमार्टम एवं डीएनए की रिपोर्ट के बाद ही सारा मामला सामने आएगा। फिलहाल पुलिस ने महिला व उसके पति के खिलाफ मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
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