सेंटर फॉर क्लिनिकल लीगल एजुकेशन की निदेशक डॉ. रेणु पाल सूद ने कहा कि कानूनी पेशे में व्यावहारिक अनुप्रयोग और सॉफ्ट स्किल्स के मूल्य को कभी भी कम नहीं आंका जा सकता है, और नैदानिक कानूनी शिक्षा ही एकमात्र तरीका है जिससे सिद्धांत और व्यवहार को एक साथ लाया जा सकता है। सेंटर फॉर क्लिनिकल लीगल एजुकेशन का उद्देश्य ऐसी गतिविधियों को पाठ्यक्रम की मुख्यधारा में लाना है ताकि पाठ्यक्रम के ठीक बाद छात्र उद्योग के लिए तैयार हो सकें। इस कार्यक्रम को “छात्रों के लिए, और छात्रों द्वारा” बनाने का विचार है ।