शिमला : प्रदेश की राजधानी शिमला में नगर निगम चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले ही भाजपा को झटका लगा है और उसके एक पार्षद ने पद से इस्तीफा दे दिया है। बुधवार को सांगटी वार्ड से पार्षद रही मीरा शर्मा ने पद से इस्तीफा दिया है। हालांकि मीरा शर्मा ने इस्तीफा देने का कोई खास कारण नहीं बताया है। उन्होंने इस्तीफे को निजी कारणों से करा दिया है। उनका कहना है कवे वार्ड के विकास कार्यों को समय नहीं देपा रही थी, इस कारण उन्होंने इस्तीफा दिया है। मीरा शर्मा ने अपना इस्तीफा नगर निगम मेयर सत्या कौंडल और आयुक्त आशीष कोहली को सौंपा है। नगर निगम मेयर सत्या कौंडल ने बताया कि सांगटी वार्ड से पार्षद मीरा शर्मा ने अपना इस्तीफा सौंपा है, जिस पर अभी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। बता दें कि इस साल नगर निगम शिमला का चुनाव अप्रैल मई माह में होना है जिसको लेकर प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां की जा रही है। इन दिनों जहां वार्डो का पुनसीमांकन कर आपत्ति पर सुनवाई हो रही है वहीं 9 मार्च के बाद चुनावी आरक्षण रोस्टर जारी किया जाएगा। चुनावी रोस्टर के बाद मतदाता सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा।
बता दें कि मीरा शर्मा ने तीन बार अलग-अलग पार्टी से नगर निगम का चुनाव लड़ा है और दो बार पार्षद निर्वाचित हुई है। साल 2007 में वह माकपा की टिकट पर जीत कर पहली बार पार्षद बनी थी। साल 2012 का चुनाव वह हार गई। साल 2017 में कांग्रेस ने मीरा शर्मा को प्रत्याशी बनाया तथा वह जीत दर्ज कर दूसरी बार नगर निगम पहुंची। बीते सितंबर माह में मीरा शर्मा ने निजी कारणों का हवाला देते हुए पार्षद के पद से इस्तीफा दे दिया था, लेकिन फिर भाजपा से टिकट लेकर एक बार फिर पार्षद का चुनाव जीता। वर्तमान में नगर निगम पर भाजपा का कब्जा है। 34 सदस्यों की नगर निगम में भाजपा पार्षदों की संख्या 20 रह गई है, जबकि 11 कांग्रेस और एक निर्दलीय और एक माकपा समर्थित पार्षद हैं।