हिमाचल प्रदेश में नवंबर में हिमस्खलन की घटना से लोग चिंतित हैं। जनजातीय जिला लाहुल स्पीति के खंगसर गांव के सामने यनिगंग ग्लेशियर में हिमस्खलन हुआ। हिमस्खलन का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब प्रसारित हो रहा है। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला लाहुल स्पीति में हिमस्खलन हुआ है। लाहुल के खंगसर गांव के सामने यनिगंग ग्लेशियर में आज हिमस्खलन हुआ। नवंबर दिसबंर में हिमस्खलन की घटना से घाटी के लोग चिंतित हैं। हिमस्खलन का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब प्रसारित हो रहा है। वीडियो में देखा जा रहा है। पहाड़ी पर हलचल हुई और एक बड़ा हिमखंड टूट कर नीचे की ओर आ गया। यह हिमखंड टूटकर नीचे आता गया और इसके साथ ही पूरे क्षेत्र में मानो बर्फीला तूफान आ गया। लोग पहले तो वीडियो बनाते रहे, लेकिन जैसे जैसे बर्फीला तूफान उन तक पहुंचने लगा तो सभी भागो-भागे कहते सुनाई देने लगे। ग्रामीण दोरजे व टशी ने बताया कि बुधवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे खंगसर गांव के सामने यनिगंग ग्लेशियर में हिमस्खलन हुआ। हिमस्खलन होने से यनिगंग ग्लेशियर का क्षेत्र सफेद हो गया। उन्होंने बताया कि हिमस्खलन की घटना 15 जनवरी के बाद ही होती है। हालांकि हिमस्खलन से कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन नवंबर महीने में हुई इस घटना से ग्रामीण भी चिंतित हैं। लाहुल स्पीति के इतिहासकार मोहन लाल रेलिंगपा ने बताया कि यह सब ग्लोबल वार्मिंग के कारण हो रहा है। उन्होंने बताया लाहुल घाटी में इन दिनों तापमान माइनस में रहता था, जिस कारण पहाड़ भी जम जाते थे। उन्होंने कहा घाटी में इन दिनों कोई भी गतिविधि नहीं होती थी। लेकिन अटल टनल बनने के बाद भारी संख्या में घाटी में पर्यटक वाहन आ रहे हैं। वाहनों से भी पर्यावरण संतुलन प्रभावित होने की आशंका है। लगातार आ रहे वाहनों से प्रदूषण फैलने से तापमान में फेरबदल आया है।