राजगढ़ –नगर पंचयात राजगढ़ के वार्ड नम्बर एक में लिंक रोड की समस्या काफी लम्बे अरसे से लंबित पड़ी हुई है लेकिन आजतक किसी भी राजनेतिक दल के नेताओ द्वारा इसकी सुध नहीं ली गई जिससे की वार्ड नमबर एक की जनता काफी परेशानी झेल रही है | यदी नगर पंचायत राजगढ़ के वार्ड न० 1 में लिंक रोड को शीघ्र हीस्वीकृती नही दी जाती है तो जन कल्याण समिती राजगढ़ अदालत का दरवाजा खटख्टायेगी | जन कल्याण समिती राजगढ़ द्वाराउपमंडलाधिकारी राजगढ़ व् उपाध्यक्ष नगर पंचायत को लोक निर्माण विभाग कार्यालय राजगढ़ से डी ए वी स्कूल तक लिंक रोड का निर्माण करवाने सम्बन्धी एक ज्ञापन सौंपा गया | समिती सदस्यों ने कहा कि नगर पंचायत के वार्ड न० 1 के लोग एक दशक से अधिक समय से लिंक रोड बनाने की मांग कर रहे है ताकी लोगो कोएम्बुलेंस आदी की सुविधा मिल सके | उन्होंने बताया कि यहमार्ग रेवेन्यु रिकोर्ड में तो 8 फीट है लेकिन मौके पर नही | यह रास्ता दो जागह पर अवरुद है | लोक निर्माण विभाग द्वारा यहाँ गेट लगाये गये है | इस विषय में नगर पंचायत से अनापती पत्र जारी होने के बाददोनों दलों की सरकारों के नुमाईन्दो से कई बार गुहार लगाई जा चुकी है लेकिन सरकार के किसी भी प्रतिनिधी ने सड़कबनाने के प्रती गम्भीरता नही दिखाई | यही कारण है कि लिंक रोड बनाने के लिएस्वीकृती व् बजट उपलब्ध नही हो सका | समिती सदस्यों ने कहा कि सितम्बर 2019 में फागू में आयोजित जनमंच में भी इस समस्या को रखा गया और विभाग द्वारा सांसद से इसके लिए राशी उपलब्ध करवाने की मांग भी की जा चुकी है | समिती के अध्यक्ष मोहर सिंह ने बताया कि इसके बारे में प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी अवगत करवाया गया और उन्होंने विभाग से स्टेट्स रिपोर्ट भी माँगी | विभाग ने पहले तो 223 मीटर सड़क का साईड पलान औरउसके लिए 5 लाख की राशी के बजटकी मांग की थी लेकिन मुख्यमंत्री को भेजी स्टेट्स रिपोर्ट में लिखा कि विभाग के कर्मचारियों के लिए क्लोनियो का निर्माण करना है और कोइ भी रास्ता विभाग द्वारा खराब नही किया है | जबकी विभाग द्वारा रास्ते कोखराब किया है | सदस्यों ने एसडी एम् से मौके का मुआयना करने की मांग भी की | समिती का कहना है कि कलोनी में 80 प्रतिशत लोग अनुसूचित जाती के रहते है और यहाँ के लिंक रोड के लिए एस सी कम्पोनेंट फंड से भी राशी का प्रावधान किया जा सकता है | यही नही यहाँ निजीस्कूल भी स्थित है जहाँछोटे बच्चो को छोड़ने के लिए अविभावको को भी मुश्किल का सामना करना पड़ता है |एक और जहा स्कूली बचो के स्कुल बेग का वजन 8 से 10 किलो होता और स्कुल तक सडक न होने से बचो सहित अभिभावकों को खासी परेशानी उठानी पडती है कई बार अक्सर देखा जाता है की छोटे बचे अपनी पीठ में भारी बेग उठाकर निचे गिर जाते है और उन्हें चोट लग जाती है जन कल्याण समिती राजगढ़ने सरकार को चेताया कियदीइस बजट सत्र में स्वीकृती न मिली तो अदालत का रुख किया जायेगा |इस बारे जब लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियन्ता डी एस कोंडल से बात की तो उन्होंने बताया की जिस जमीन से सडक बननी है वह विभाग की है और उसे सडक निर्माण के लिय नहीं दे सकते फिर भी विभाग द्वारा प्रदेश सरकार के लिय स्वकृति करने बारे भेजा जा चूका है | यदि सरकार से स्वकृति मिल जाय तो हमे कोई एतराज नहीं है |