मुख्यमंत्री ने हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र में 165 करोड़ रुपये लागत की 19 विकासात्मक परियाजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए

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मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज हमीरपुर जिला की हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के लम्बलू में 165 करोड़ रुपये लागत की 19 विकासात्मक परियाजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। लम्बलू में एक जनसभा को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने लम्बलू में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और पशु अस्पताल खोलने, पशु औषधालय ताल को पशु अस्पताल में स्तरोन्नत करने तथा राजकीय उच्च पाठशाला पथियान को वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने की घोषणा की।

उन्होंने कहा कि सम्भवतः पहली बार एक ही दिन में 165 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं को जनता को समर्पित किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा आज समर्पित की गई 38.31 करोड़ रुपये की उठाऊ जलापूर्ति योजना का शिलान्यास दो वर्ष पूर्व किया गया था। इस योजना के माध्यम से दुघा पंजाली कल्लर कटोचा, कल्लर पुरोता, लम्बलू, भाली भेलाड़ा, कंगरू गसोता, भल्ला, जमली मन्दिर और थाना गुम्मर गांवों को पेयजल सुविधा मिलेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश न केवल पात्र जनसंख्या को वैक्सीन की पहली डोज लगाने मंे अग्रणी रहा है, बल्कि राज्य के लोगों को दूसरी डोज उपलब्ध करवाने मंे भी प्रथम रहा है। उन्होंने कहा कि देश के लोग भाग्यशाली है कि इस संकटकाल में देश का नेतृत्व सक्षम नेता द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से न केवल स्वदेशी टीका विकसित किया गया बल्कि देश में विश्व का सबसे बड़ा निःशुल्क टीकाकरण अभियान सफलतापूर्वक चलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि कांग्रेस के नेता इस संवेदनशील मामलें का भी राजनीतिकरण कर रहे हैं। उन्हांेने कहा कि कांग्रेस नेताओं के दुष्प्रचार के कारण ही देश का सबसे पुराना राजनैतिक दल देश में अपना जनाधार खो रहा है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान वर्तमान राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य गरीबों और कमजोर वर्गों का सामाजिक, आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करना रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की सभी योजनाओं, नीतियों और कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य कमजोर वर्ग का उत्थान करना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार का प्रथम ही निर्णय वृद्धजनों के उत्थान और बेसहारा पशुओं को आश्रय प्रदान करने के लिए समर्पित था। उन्होंने कहा कि गौ अभयारण्यों और गौ सदनों में प्रति मवेशी प्रतिमाह 500 रुपये प्रदान किए जा रहे थे जिसे वर्ष 2022-23 के बजट में बढ़ाकर 700 प्रतिमाह प्रति मवेशी किया गया है।