अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में अंबेडकर भवन लखनपुर में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त पंकज राय ने कहा कि महिला सशक्तिकरण का मतलब है सारी मानवता को सशक्त करना। उन्होंने कहा कि वर्तमान में महिलाओं ने अपनी दक्षता, सहभागिता व नेतृत्व क्षमता से सिद्ध कर दिया है कि ‘नारी अबला नहीं सबला है’। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं सामाजिक, आर्थिक, शिक्षा व खेल-कूद आदि सभी क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभा रही है। महिलाएं ही बिजनस, उद्यमी कार्यों और वेतनरहित श्रम के रूप में अर्थव्यवस्था में काफी बड़ा योगदान दे रही हैं। कॉरपोरेट्स जगत की बात करें तो आज हर बड़े पद पर महिलाओं का ही वर्चस्व है जोकि सबके लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि प्रदेश व राष्ट्र के निर्माण में हमारी माताओं और बहनों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है और महिलाओं का उत्थान राष्ट्र की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के दौरान महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। चाहे वे प्रशासनिक अधिकारी, डाॅक्टर, नर्स, आंगनबाडी, आशा वर्कर या फिर सफाई कर्मचारी हो सभी ने फ्रंटलाईन वर्कर के रूप में अनुकरणीय कार्य करते हुए प्रेरणादायी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि महिला दिवस पर महिलाओं की अधिक से अधिक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए इस दिवस पर रंगोली, मेहंदी, लिखणु, आर्ट एंड क्राफ्ट, घरेलु उत्पाद, पारंपरिक व्यंजन व सांस्कृतिक पहलुओं को जोड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिला में 1500 स्वयं सहायता समूह और 421 से अधिक आगंबाड़ी कार्यकर्ता महिला सशक्तिकरण की दिशा में आगे बढ़ते हुए समाज को नव दिशा देने में अपना अमूल्य योगदान दे रही है। इस अवसर पर आंगवाडी, स्वयं सहायता, समाजसेवी व पंचायती राज संस्था से जुड़ी लगभग 385 महिलाओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण के सपने को सच करने के लिए लड़कियों के महत्व और उनकी शिक्षा को प्रचारित करने की आवश्यकता है तथा इसके लिए प्रदेश सरकार और प्रशासन कृत संकल्प है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 65 से 69 वर्ष की पात्र महिलाओं को एक हजार रूपये की सामाजिक सुरक्षा पेंशन बिना किसी आय सीमा के प्रदान की जा रही है। आईआरडीपी के परिवारों की बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री शगुन योजना से 31 हजार रूपये और मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में 51 हजार रूपये प्रदान किए जा रहे हैं। बेटी है अनमोल कार्यक्रम में जन्म से ही बेटियों के नाम जो एफडी पहले 12 हजार रूपये थी उसे अब बढ़ाकर 21 हजार रूपये का कर दिया गया है। इस अवसर पर उन्होंने बेटी है अनमोल योजना के लाभार्थियों, नारी शक्ति पुरस्कार और पहली बार अपने मताधिकार करने वाली 5 लड़कियों को तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले महिला मंडलों को पुरस्कृत किया। इससे पूर्व उन्होंने राजकीय महाविद्यालय बिलासपुर में बिटिया फांऊडेशन द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस में मुख्यातिथि के रूप में शिरकत करते हुए वीर नारियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, महिला पुलिस कर्मचारियों को उत्कृष्ठ कार्य के लिए सम्मानित किया। कार्यक्रम में जिला अस्पताल कल्याण समिति की अध्यक्षा अनुपमा राय, एएसपी अमित शर्मा, पूर्व सैनिक कल्याण संघ के अध्यक्ष कैप्टन संजय, बीडीसी चेयरमेन सीता धीमान, सक्षम गुड़िया बोर्ड की सदस्या अंजना शर्मा, पंचायत राज संस्था की महिला पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी अश्वनी शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. प्रवीण कुमार, उप निदेशक बागवानी डाॅ. माला, उप निदेशक कृषि डाॅ. प्राची, बिटिया फाउंडेशन की अध्यक्ष सीमा सांख्यान सहित अनेक सामाजिक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं की महिलाएं उपस्थित रही।