
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की सुरक्षा में चूक मामले में 10 लोगों पर एफआईआर की पुलिस ने क्लोजिंग रिपोर्ट बनाकर कोर्ट भेज दी है। पुलिस को जांच के दौरान सुरक्षा में चूक के संबंध में कोई ठोस सबूत या फुटेज नहीं मिली है। पांच दिसंबर 2021 को जेपी नड्डा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) कोठीपुरा की अस्थायी ओपीडी का शुभारंभ करने बिलासपुर आए थे।

यहां लुहणू मैदान के गेट पर पे बैंड की मांग कर रहे पुलिस कर्मचारियों के परिजनों ने जेपी नड्डा का काफिला रोककर अपनी मांग रखी थी। बात न सुनने पर नारेबाजी भी की थी। घटना के तुरंत बाद बिलासपुर पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ सदर थाना में केस दर्ज किया था और आरोपियों को थाने में बैठाकर रखा था। मामला बढ़ने पर पुलिस मुख्यालय ने इसमें हस्तक्षेप किया और एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था अशोक तिवारी को जांच रिपोर्ट के लिए नियुक्त किया।

एडीजीपी ने पुलिस मुख्यालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी थी। उसके बाद बिलासपुर पुलिस ने मामले की पूरी तरह जांच की। बिलासपुर पुलिस के प्रेस प्रवक्ता डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) राजकुमार ने बताया कि इस केस में सुरक्षा में चूक के संदर्भ में किसी भी प्रकार का कोई ठोस सबूत या मौके की फुटेज नहीं मिली है। लंबे समय तक जांच करने के बाद सबूतों के अभाव में केस नहीं बन पाया। पुलिस ने कोर्ट को क्लोजिंग रिपोर्ट भेज दी है।