चुनावी साल में भी भाजपा प्रदेश कार्यालय में नहीं बैठ रहे हिमाचल सरकार के मंत्री

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हिमाचल भाजपा कार्यालय

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनावी साल में भी भाजपा प्रदेश कार्यालय में जयराम सरकार के कै बिनेट मंत्री बारी-बारी से बैठने के लिए तैयार नहीं हैं। संगठन के बडे़ नेताओं के निर्देश के बावजूद मंत्रीगण कार्यकर्ताओं की सुनवाई के लिए पार्टी कार्यालय में नहीं बैठ रहे हैं। यही नहीं, हिमाचल प्रदेश सचिवालय में भी बहुत कम मंत्री अपने कार्यालयों में बैठ रहे हैं। अपनी समस्याओं को लेकर सचिवालय आने वाले लोगों को इस वजह से बैरंग लौटना पड़ रहा है। कई बार कैबिनेट बैठक में भी मुख्यमंत्री मंत्रियों को सचिवालय में बैठकर विभागीय कार्यों को गति देने के निर्देश दे चुके हैं। बावजूद इसके स्थिति जस की तस है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मंत्रिमंडल में फेरबदल के संकेत से भी ज्यादातर मंत्रियों में चुस्ती नजर नहीं आ रही है।

सरकार और संगठन की कई बैठकों में इस बारे में निर्देश जारी किए जा चुके हैं कि कैबिनेट मंत्रियों को न केवल राज्य सचिवालय में निरंतर रूप से बैठना चाहिए बल्कि प्रदेश पार्टी कार्यालय दीपकमल चक्कर में भी उन्हें बारी-बारी से बैठकर कार्यकर्ताओं और आम लोगों की समस्याओं का निराकरण करना चाहिए। कोविड की वजह से जनमंच अभी नहीं हो पा रहे हैं। कार्यकर्ता और आमजन अपनी समस्याएं लेकर राज्य सचिवालय के अलावा पार्टी कार्यालय आ रहे हैं, मगर वहां संगठन के इक्का-दुक्का नेताओं और कार्यकर्ताओं के अलावा कोई नहीं मिलता।

राज्य सचिवालय में भी सबसे ज्यादा सिटिंग खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की होती है। जयराम ठाकुर की हाजिरी में यहां एक-दो मंत्री जरूर नजर आ जाते हैं या फिर जब कैबिनेट बैठक हो, उस दौरान ही दिखते हैं। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सौदान सिंह और राज्य प्रभारी अविनाश राय खन्ना की अध्यक्षता में हुई पार्टी की बैठक में यह निर्देश दिए जा चुके हैं कि मंत्री पार्टी कार्यालय में बैठने चाहिए। उनका शेड्यूल बनाया जाना चाहिए। एक बार यह शेड्यूल बना भी दिया गया था। मंत्रियों ने यहां बारी-बारी से बैठना शुरू कर दिया था, मगर अब कोई नजर नहीं आता, न ही नई समयसारिणी बनाई गई है। 

खन्ना बोले, पंजाब में व्यस्त हूं – सह प्रभारी से बात करो 
भाजपा के प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह पंजाब विधानसभा चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। उन्होंने इस बारे में सह प्रभारी से बात करने के लिए कहा। वहीं, सह प्रभारी संजय टंडन भी उपलब्ध नहीं हुए।