पर्यटक स्थल चायल व उसके आसपास के गांवों में शनिवार सुबह दस बजे भारी ओलावृष्टि हुई है ।जिसके कारण तैयार फसले मटर, फूलगोभी, गुटलीदार फल पलम ,खुमानी, आडू के बगीचों में पौधों में फूल आया हुआ था ।वह सारे फूल जमीन पर पत्ते सहित बिखर गए हैं। नगदी फसलों को भी भारी नुकसान हुआ है। झाझा गांव में तैयार जौ की फसल खेतों में ही ढह गयी है। सेब के बगीचों में भी पौधों में कोंपलें फट गए है। उन्हें भी नुकसान पहुंचा है।
मटर की तैयार फसल भी ओलावृष्टि के कारण दागी हो गई है। इससे पहले शनिवार सुबह ही तेज हवाएं चली और झमाझम बारिश हुई। वर्षा होने के कारण तापमान में भी भारी गिरावट आई है। झाझा गांव के अजय वर्मा, सुरेंद्र ठाकुर व इंद्र सिंह ठाकुर ने बताया की ओलावृष्टि के कारण फसलों को नुकसान पहुंचा है। जबकि निचले क्षेत्रों साधुपुल ,कंडाघाट, सायरी, वाकनाघाट , छौसा व गौड़ा सहित अनेक क्षेत्रों में व्यापक वर्षा हुई। कृषि विषयवाद विशेषज्ञ तिलक राज ने बताया कि ओला वृष्टि होने की सूचना हमें नहीं मिली है ग्राम पंचायत झाजा की प्रधान पुष्पा ठाकुर स्थानीय लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मांग की है कि प्रभावित किसानों को राहत प्रदान की जाए।