घासनी से भड़की आग, शिरगुल देवता का मंदिर जला….

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गर्मियों के दस्तक देते ही उपमंडल चौपाल की घासनियां और वन जगह-जगह सुलग रहे हैं। जंगलों में आग लगने से सरकारी वन संपदा व निजी संपति को भी काफी नुकसान हो रहा है। सोमवार को चइंजन पंचायत के छिनोग गांव में आग लगने से शिरगुल देवता का मंदिर और 800 सेब के फलदार पौधे झुलस गए हैं। पंचायत प्रधान हेत राम कैंथला ने बताया कि छिनोग में घासनियों में लगी आग ने तेज हवाएं चलने पर रौद्र रूप धारण कर लिया। आग ने सेब के बगीचों व मंदिर को अपनी चपेट में ले लिया।

आग इतनी भयानक थी कि इस पर काबू नहीं पाया जा सका। मंदिर के अंदर स्थापित देवता शिरगुल की मूर्ति और अन्य सारा सामान जलकर राख हो गया। वहीं रामलाल का मकान भी आग की चपेट में आ गया था, लेकिन ग्रामीणों ने अपनी सूझ-बूझ से आग पर काबू पाया। तहसीलदार नेरवा जगपाल सिंह ने बताया कि पटवारी कपिल ने नुकसान की रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई है। प्रभावितों को जल्द राहत प्रदान की जाएगी।

सेब के 800 पौधे झुलसने से बागवानों की मेहनत पर फिरा पानी

आग से रामलाल कांटा, पुत्र धर्मा, मोहर सिंह, पुत्र अनंत राम, लोकें्रद पुत्र गोपीचंद, हरीश पुत्र लच्छी राम, सुखराम पुत्र कर्मा, केवल राम पुत्र दौलत राम और सुरेंद्र पुत्र किरपा राम के सेब के 800 फलदार पौधे झुलस गए हैं।