सोमवार को जिला शैक्षिक प्रशिक्षण संस्थान (DIET) नाहन में केरियर अकादमी के अध्यापकों के लिए एक दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। अकादमी के प्रधानाचार्य राजेश सोलंकी ने बताया कि कार्यशाला में छठी से 12वीं कक्षा पढ़ाने वाले 25 अध्यापकों को क्षमता निर्माण हेतु आमंत्रित किया गया था। कार्यशाला का शुभारम्भ जिला परियोजना अधिकारी हिमांशु भारद्वाज ने किया।
इस कार्यशाला में राज्य स्रोत व्यक्ति एवं जिला समन्वयक डॉ आई डी राही ने अपने सिंगापुर शैक्षणिक भ्रमण के अनुभव साझा किए और 21वीं सदी की शैक्षणिक पेडागोजी के अंतर्गत एक्सप्रिएंसियल लर्निंग पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने एक्सप्रिएंसियल लर्निंग के विभिन्न प्रकारों और प्रविधियों पर जानकारी देते हुए व्यावहारिक गतिविधि भी साझा कीं। इसके बाद जिला समन्वयक शिवानी थापा ने समेकित शिक्षा के बारे में भारत सरकार और राज्य सरकार की नीतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत समेकित शिक्षा के महत्व पर चर्चा की और वंचित वर्ग के बच्चों को विद्यालय वातावरण की मुख्यधारा में लाने के कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी।
दोपहर के सत्र में राज्य स्रोत व्यक्ति डॉ आई डी राही ने विद्यालयों में मादक पदार्थों के सेवन की स्थिति पर आंकड़े प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि इस समस्या से निपटने के लिए नवचेतना मॉड्यूल छठी से 8वीं और 9वीं से 12वीं तक लागू किया जा रहा है। उन्होंने नकारात्मक पीयर दबाव से बचने और तनाव में संतुलन बनाए रखने के कौशल पर जोर दिया ताकि छात्र नशे से दूर रहें। बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए स्वास्थ्य संबंधी आहार और गो फूड, ग्रो फूड, और ग्लो फूड की आवश्यकता पर भी जानकारी दी।
आखिर में कैरियर अकादमी के प्रधानाचार्य राजेश सोलंकी ने संस्थान के प्रधानाचार्य हिमांशु भारद्वाज, स्रोत व्यक्ति डॉ आई डी राही, शिवानी थापा और कार्यशाला में उपस्थित स्टाफ का धन्यवाद करते हुए कार्यशाला का समापन किया।