सोलन जिला के कसौली विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक व मुख्य संसदीय सचिव रहे 75 वर्षीय चमनलाल गाचली का परवाणू स्थित आवास में रविवार सुबह निधन हो गया। वह अपने समय में तेज तर्रार नेता रहे। उनके निधन से कसौली निर्वाचन क्षेत्र समेत सियासत में उनके सहयोगी रहे लोगों में मायूसी छा गई है। वकालत से लेकर सियासी पिच पर अपने दमदार दाव पेंच के लिए वह जाने जाते थे। बतौर विधायक तो उन्हें कसौली का नेतृत्व करने का एक ही बार मौका मिला, लेकिन अपने उस कार्यकाल में उन्होंने कसौली विधानसभा क्षेत्र के मूलभूत मुद्दाें को लेकर विधानसभा पटल व सरकार के समक्ष आवाज बुलंद की थी। उस दौरान वह मुख्य संसदीय सचिव भी रहे। शाम करीब तीन बजे परवाणू के सेक्टर पांच स्थित राम बाग श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।बता दें कि वह 1977 से 1982 तक वह जनता पार्टी से विधायक रहे। उसी दौरान वह सीपीएस भी रहे। वह हिमाचल विकास कांग्रेस के महासचिव भी रहे। प्रो. प्रेम कुमार धूमल की भाजपा सरकार में एससी/एसटी निगम के चेयरमैन भी रहे। बताया जा रहा है कि सुबह करीब साढ़े चार बजे उन्होंने अपनी दवा खाई और जब साढ़े सात बजे चाय पीने के लिए उठाया तो उठे नहीं।