संयुक्त सचिव ( भण्डारण) खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण प्रणाली विभाग भारत सरकार नंदिता गुप्ता (आईएएस) ने बचत भवन चंबा में आकांक्षी जिला चंबा के विभिन्न विकासात्मक कार्यों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस दौरान उन्होंने जिला चंबा के नीति आयोग द्वारा निर्धारित मानकों की स्थिति की विस्तृत जानकारी हासिल की। उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम का उद्देश्य अनिवार्य रूप से सतत विकास लक्ष्यों को स्थानीय स्तर पर हासिल करना है जिससे जिला की प्रगति हो सके। उन्होंने कहा कि इसके लिए फील्ड अधिकारियों की सहभागिता बेहद जरूरी है। फील्ड अधिकारी ही क्षेत्र की वास्तविक स्थिति से अच्छे से रूबरू रहते हैं।
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उन्होंने कहा कि नीति आयोग के मानकों के अनुसार जिला चंबा के विकास 5 सेक्टरों में बांटा गया है। उन्होंने कहा कि जिला चंबा की भौगोलिक स्थिति अन्य जिलों से अलग है उसके बावजूद भी अधिकारियों के प्रयासों से काफी हद तक विकास किया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य क्षेत्र की समीक्षा करते हुए कहा कि गर्भवती महिलाओं व बच्चों में कुपोषण तथा एनीमिया के मामलों में विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए पोषाहार पर बल देने की आवश्यकता है । उन्होंने यह भी कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ताओं को भी हीमोग्लोबिन जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रशिक्षित करने व स्वास्थ्य मानको को बेहतर करने के लिए उचित कदम उठाएं ।
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