धर्मशाला- दिल्ली में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के बीच हुई वार्ता के साथ अमेरिकी विदेश मंत्री द्वारा दलाईलामा के प्रतिनिधियों से की बैठक को निर्वासित तिब्बती सरकार एक सकारात्मक कदम बताया है। उनका कहना है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तिब्बत की आजादी का मामला शीघ्र हल होगा।
निर्वासित तिब्बती सरकार द्वारा इस बैठक का स्वागत किया है। उनका कहना है कि इस बैठक से चीन के एक कड़ा संदेश भी जाएगा, ताकि वह तिब्बत की आजादी को लेकर सोच विचार करे। तिब्बती समुदाय के प्रतिनिधि विभिन्न मंचों से तिब्बत मसले के हल को लेकर आवाज उठाते रहे हैं।
लेकिन अब भारत के विदेश मंत्री व अमेरिकी विदेशी मंत्री के बीच हुई वार्ता से नई उम्मीद की किरण भी निर्वासित तिब्बत सरकार को तिब्बत की आजादी को लेकर दिखने लगी है। उनका यह भी मानना है कि तिब्बतियों में भी यह आस जगी है कि तिब्बत की स्वायतता का मामला शीघ्र सुलझेगा।
क्योंकि अमेरिका तिब्बत की स्वायतता को लेकर पहले भी मामला उठाता रहा है। लेकिन अब यह बड़ी बात है कि ब्लिंकन ने भारत दौरे के दौरान दलाईलामा के प्रतिनिधियों से भी बातचीत की है।
क्या कहते हैं निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रवक्ता
निर्वासित तिब्बती सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि निर्वासित तिब्बती सरकार इस बैठक का स्वागत करती है। इस बैठक से चीन को कड़ा संदेश भी जाएगा। जाता है। यह बैठक बिडेन प्रशासन द्वारा दिखाई गई एकजुटता और समर्थन के लिए हमारे लिए महत्वपूर्ण भी है। दलाई लामा के प्रतिनिधि के साथ बैठक करने के लिए अमेरिकी सरकार के हम धन्यवादी हैं। उम्मीद है कि चीनी सरकार यह समझेगी कि तिब्बती मुद्दा महत्वपूर्ण है और यह एक अंतरराष्ट्रीय मुद्दा है, इसलिए उन्हें जल्द से जल्द बातचीत करने की समझदारी होनी चाहिए।
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